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मैन+हमल और ओके प्ले इंडिया प्रस्तुत कर रहे हैं वायु प्रदूषण का मुकाबला करने वाली क्रांतिकारी टेक्नोलॉजी

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नई दिल्ली: ओके प्ले इंडिया लिमिटेड और वैश्विक फिल्ट्रेशन सॉल्यूशंस कंपनी मैन+हमल ने इंडो-जर्मन चैम्बर ऑफ कॉमर्स के सहयोग से राष्ट्रीय राजधानी में एक विचार-गोष्ठी जो वायु प्रदूषण के कारणों, प्रभावों और समाधानों के बारे में जागरुकता बढ़ाने पर केन्द्रित थी। इस गोष्ठी में अनेक वरिष्ठ गणमान्य व्यक्तियों, सरकारी पदाधिकारियों, एनजीओ, उद्योग जगत व शैक्षणिक क्षेत्र के लोगों हिस्सा लिया और उन्होंने उन समाधानों पर विचार-विमर्श किया जो वायु प्रदूषण के अनवरत मुद्दे के निवारण में मदद कर सकें। 

इस गोष्ठी का शीर्षक था ’वायु प्रदूषण- इसके कारण, प्रभाव, रोकथाम एवं उपचार’। इस गोष्ठी की अध्यक्षता वरिष्ठ प्रतिनिधियों द्वारा की गई जिनमें शामिल थे- भारत के सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश तथा राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण के पूर्व चेयरमैन माननीय जस्टिस स्वतंत्र कुमार, माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सलाहकार तरुण कपूर और जर्मन दूतावास से डॉ हेंड्रिक सेले, मंत्री, आर्थिक और वैश्विक मामले विभाग के प्रमुख। इस आयोजन को इंडो-जर्मन चैम्बर ऑफ कॉमर्स (आईजीसीसी) ने समर्थन दिया।

भारत के सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश तथा राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण के पूर्व चेयरमैन कानून के प्रकांड विद्वान माननीय जस्टिस स्वतंत्र कुमार ने कानूनी संभाषण में इस तथ्य को रेखांकित किया कि प्रदूषण की भयावहता एक वैश्विक विकट परिस्थिति है। अपनी विधिक बुद्धिमत्ता के साथ उन्होंने इस तथ्य पर प्रकाश डाला कि इतने सारे देशों में भारत इस पर्यावरणीय चुनौती की भयावहता से अकेला जूझ रहा है।

इस गोष्ठी के उद्घाटन पर तरुण कपूर -माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सलाहकार- ने इस विषय के महत्व पर बल दिया तथा उन्होंने इसकी जटिलता एवं देशव्यापी चर्चाओं पर रोशनी डाली। उन्होंने बताया कि ऊर्जा सुरक्षा एवं पर्यावरण संबंधी चिंताओं के चलते भारत इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने में प्रगति कर रहा है। उन्होंने कहा, ’’सरकार इस क्षेत्र की उन्नति को प्राथमिकता दे रही है। न केवल इलेक्ट्रिक कारों, बसों एवं दोपहिया वाहनों की उपस्थिति बढ़ाने का लक्ष्य है बल्कि भारत को इन वाहनों के वैश्विक विनिर्माण केन्द्र के तौर पर स्थापित करने का भी इरादा है।’’

प्रदूषण के स्वास्थ्य पर प्रभावों के विषय पर पीएसआरआई इंस्टीट्यूट ऑफ पल्मोनरी के चेयरमैन डॉ गोपी चंद खिलानी ने इस पर जोर दिया कि हमारे अस्तित्व का मर्म हवा की गुणवत्ता पर निर्भर है जिसमें हम सांस लेते हैं। डॉ खिलानी ने चिकित्सीय विशेषज्ञता की रोशनी में समझाया कि बढ़ता हुआ प्रदूषण का स्तर निरंतर हमारी सेहत के तानेबाने को तोड़ता जा रहा है।

भारत के नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम को अपना समर्थन जताते हुए डॉ हेंड्रिक सेले, मंत्री, आर्थिक और वैश्विक मामले विभाग के प्रमुख, जर्मन दूतावास ने कहा, ’’हमारी ग्रीन एवं सस्टेनेबल डैवलपमेंट पार्टनरशिप है जिसके लिए दस वर्षों के दौरान 10 अरब यूरो देने की हमारी प्रतिबद्धता है और इसमें भारत के तीन शहरों में वायु प्रदूषण घटाना भी शामिल है, इसकी शुरुआत 2019 में हो चुकी है।’’

डॉ सेले ने इस बात पर जोर दिया कि केवल राजनीतिक कार्यवाहियों से इन लक्ष्यों को हासिल नहीं किया जा सकता। उन्होंने निजी क्षेत्र का आगे आने और अभिनव समाधान प्रस्तुत करने का आह्वान किया। 

विश्व स्वास्थ्य संगठन प्रदूषण के परिणामों की भयंकर तस्वीर पेश करता है, हर साल लगभग 70 लाख लोग प्रदूषित हवा की वजह से दम तोड़ रहे हैं। 20 लाख भारतीयों ने अपनी जान उन वजहों से गंवाई है जिनके लिए वायु प्रदूषण जिम्मेदार है। 

मैन+हमल इंडिया के प्रबंध निदेशक तथा शेष एशिया के उपाध्यक्ष सुदीश करीमबिंगल ने कहा, ’’ओके प्ले इंडिया लिमिटेड के साथ हमारी साझेदारी की घोषणा करते हुए मैं बहुत रोमांचित हूं। यह साझेदारी हमारी कोशिशों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। अब हम बाजार की खास जरूरतों के मुताबिक टेक्नोलॉजी को प्रस्तुत करने व उनके अपनाए जाने की प्रक्रिया में तेजी ला पाएंगे और साथ ही माननीय प्रधानमंत्री के विज़न ’डिज़ाइन एंड मेक इन इंडिया’ के मुताबिक काम करेंगे।’’

हवा में मौजूद पार्टिकुलेट मैटर एकल प्रदूषक नहीं होता बल्कि कई रासायनिक प्रकारों का मिश्रण होता है। जिनका व्यास 10 माइक्रोन या कम (पीएम 10) होता है वे सांस के साथ फेफड़ों में पहुंच कर स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकते हैं। महीन पीएम 2.5 कणों से भरी प्रदूषित हवा में ली जा रही हर एक सांस जब जोखिम भरी हो जाए तो यह अत्यंत चिंताजनक मुद्दा है। वायु प्रदूषण एक प्रमुख वैश्विक चिंता है जिसके लिए तत्काल और रणनीतिक कदम उठाए जाने की सख्त जरूरत है। 

मैन+हमल के प्रेसिडेंट व जीएम ओरिजिनल इक्विपमेंट हराल्ड स्पैथ ने कहा, ’’इस अहम मुद्दे के लिए भारत सरकार ने तत्परता जो कदम उठाए हैं हम उनकी सराहना करते हैं। भारत में प्रगति की जो विशाल संभावनाएं हैं हमारा उन पर यकीन है और भारत व जर्मनी की रणनीतिक साझेदारी सस्टेनेबल एवं आत्मनिर्भर भविष्य की प्राप्ति में केन्द्रीय भूमिका निभाएगी।’’

ओके प्ले इंडिया लिमिटेड के प्रबंध निदेशक राजन हांडा ने कहा, ’’इतिहास के एक अहम दौर में खड़े हुए हम एक ऐसी चुनौती का सामना कर रहे हैं जिसकी कोई सीमाएं नहीं हैं और किसी को नहीं बख्शती और वह है वायु प्रदूषण का संकट। यह मुद्दा महज़ एक सिम्पोज़ियम या नई टेक्नोलॉजी की पेशकश का नहीं है; यह बदलाव की मशाल जलाने की बात है जो हर ओर रोशनी फैलाएगी, हर एक हिन्दुस्तानी की जिंदगी का स्पर्श करेगी। आज वायु प्रदूषण कोई बहुत दूर की चीज नहीं है जो सिर्फ किताबों या अखबारों की सुर्खियों तक सीमित हो; यह एक कठोर वास्तविकता है जो हर रोज हमारे समक्ष होती है, जो हमारे घरों, हमारी गलियों और हमारे फेफड़ों में व्याप्त है। वायु प्रदूषण किसी सीमा में सीमित नहीं रहता, यह बगैर किसी भेदभाव के हम सब पर असर करता है। इसलिए, पुख्ता प्रयास करने ही होंगे जिनमें सरकारी एवं निजी क्षेत्र दोनों शामिल हों और यह सहभागिता अत्यावश्यक है।’’

ओके प्ले इंडिया और मैन+हमल ने इस गोष्ठी में तीन क्रांतिकारी उत्पाद पेश किए जिनका लक्ष्य वायु प्रदूषण का मुकाबला करना है। इनमें शामिल हैं:

1. आवर एयर मोबाइल एयर प्यूरिफायरः इंडोर हवा को स्वास्थ्यकर बनाने के लिए, वायरस घटाने, नुकसानदेह गैसों और ऐलर्जन को कम करने के लिए इस उत्पाद को बनाया गया है। इंटिग्रेटिड HEPA H14 फिल्टरों के साथ यह फिल्टरों के साथ यह >99.995% वायरसों को पकड़़ता है जिनमें सार्स-कोव2 वायरस, उनके म्यूटेशन व इंफ्लुऐंजा और अन्य वायरस शामिल हैं। नवीनतम मॉलिक्युलर फिल्ट्रेशन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करते हुए यह अप्रिय गंध एवं हानिकारक गैसों को घटाता है। यह बीमारी की दर घटा कर और आपकी क्षमता को बढ़ा कर आप पर सकारात्मक प्रभाव कायम करता है।

2. प्योर एयरः यह बेहतर वायु गुणवत्ता का समाधान है। इसमें नैनो फाइबर का उपयोग किया गया है। इसके फिल्टर ऐलीमेंट उन्नत हैं जिनकी फिल्ट्रेशन क्षमता उत्कृष्ट है और इनका प्रवाह इस वर्ग में सर्वश्रेष्ठ है। धूल के महीन कणों को यह पकड़ लेता है। इसका सीएडीआर (क्लीन एयर डिलिवरी रेट) अत्यंत सक्षम है जो कि अत्याधुनिक ऐलीमेंट डिजाइन एवं नई तकनीक के कॉनफिगरेशन (पेटेंट लम्बित है) से संभव हुआ है। अभिनव प्योर एयर फाइन डस्ट फिल्टर बॉक्स वाहन उत्सर्जन में अभूतपूर्व कमी लाता है, आउटडोर एयर क्वालिटी को बढ़ाता है और ड्राइविंग पर प्रतिबंध जैसे उपायों की रोकथाम करता है। इसे स्थिर प्रणाली के तौर पर अपनाया जा सकता है तथा सार्वजनिक स्थलों पर स्थापित किया जा सकता है जैसे मैट्रो, बस स्टेशन व सम्मेलन भवन। 

3. फिल्टर क्यूबः यह उत्पाद प्रदूषण के हॉट स्पॉट के लिए एक ताकतवर आउटडोर एयर प्यूरिफायर है। यह उन जगहों की वायु गुणवत्ता सुधारने में मददगार है जहां प्रदूषण का स्तर बेहद अधिक होता है जैसे ट्रैफिक जंक्शन या व्यस्त सड़कें। यह संवेदनशील जगहों में भी उपयोगी है जैसे विद्यालय प्रांगण, खेल के मैदान या आउटडोर फूड कोर्ट; इस तरह वायु प्रदूषकों से दक्षता से निपटा जा सकेगा। उपलब्ध सेंसर हवा और मौसम व साथ ही प्रदूषण स्तर का डाटा रिकॉर्ड करते हैं और उसे क्लाउड पर भेज देते हैं। फिल्टर सिस्टम स्वयं को नियंत्रित करते हैं, यह नियंत्रण परिचालन एवं परिवेश की स्थितियों पर निर्भर करता है तथा ऊर्जा की लागत बचाता है क्यों कि पंखा तभी चलता है जब जरूरत हो।

सरकार के सक्रिय सहयोग का आह्वान करते हुए हांडा ने कहा, ’’सरकार से हमारा आग्रह निर्भरता का नहीं बल्कि सहभागिता का है। हम सरकार का सहयोग केवल नियमों या इंसेंटिव के मामलें में ही नहीं बल्कि परिवर्तन के उत्प्रेरक के तौर पर भी चाहते हैं। इस ध्येय की प्राप्ति हेतु हमें मिलकर काम करना ही होगा जो सीमाओं के परे जा सके और विभिन्न पक्षों को एकजुट कर सके जिनमें सरकार और व्यापार से लेकर एनजीओ और शैक्षणिक जगत भी शामिल हों।’’

’प्रिवेंशन एंड क्योर ऑफ एयर पॉल्यूशन’ सत्र में शिरकत करते हुए केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड में वायु गुणवत्ता प्रबंधन के प्रभागीय प्रमुख वैज्ञानिक पंकज अग्रवाल ने डस्ट को कम करने के लिए बोर्ड द्वारा उठाए कदमों की जानकारी दी जैसे एमआरएस, ऐंटी-स्मॉग गन और फव्वारे। उन्होंने कहा, ’’विभिन्न कदम उठाए जाने के परिणामस्वरूप नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम के तहत 131 नॉन-अटेनमेंट शहरों में से 90 शहरों ने अपने पीएम 10 कंसन्ट्रेशन को सुधार लिया है, और इनमें से 50 शहरों ने लक्ष्य को हासिल भी कर लिया है।’’

मैन+हमल ने वायु प्रदूषण से लड़ने में अपने इनोवेटिव सॉल्यूशंस पर एक प्रेज़ेंटेशन भी दिखाई। मैन+हमल के समाधानों में से एक है ’प्योर एयर फाइन डस्ट पार्टिकल बॉक्स’ जो माहौल की हवा में धूल के महीन कणों को पकड़ लेता है और इसे मोबाइल ऐप्लीकेशन हेतु इस्तेमाल किया जा सकता है तथा स्टेशनरी ऐप्लीकेशन हेतु मोडिफाई भी किया जा सकता है।

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