नई दिल्ली: चुनावी वादों का सफ़र शुरू हो चुका है. हर तरफ इलेक्शन का शोर है. जिसे देखो वही पॉलिटिक्स की बातें कर रहा है. किसकी सरकार बनेगी? कौन होगा पार्टी का प्रमुख चेहरा? ऐसी कई बातों पर चर्चा हो रही है. ऐसे में नेता भी पीछे नहीं रहते. अपने बड़बोले बयानों से जनता को लुभाने की पूरी कोशिश करते हैं.
इसी चुनावी महासंग्राम में बैल कोल्हू कच्ची घानी भी जुड़ गया है लेकिन विशेष मुद्दे के साथ. देश का लोकप्रिय कच्ची घानी ब्रांड बैल कोल्हू ने #ChunoSahi अभियान की शुरुआत की है जिसका उद्देश्य मतदाताओं को सही चुनाव के लिए जागरूक करना है.
#चुनो_सही अभियान के अंतर्गत ब्रांड ने एक दिलचस्प डिजिटल फिल्म पेश की है। हंसी-मजाक और सोचने पर मजबूर करने वाले संवाद के साथ बुनी गई कहानी जनता को सही चुनाव के लिए प्रेरित करती है. क्योंकि आज का उपभोक्ता अब सक्रिय रूप से उन ब्रांडों के साथ जुड़ रहे हैं जो उनके मूल्यों के अनुरूप हैं और सामाजिक कल्याण में सकारात्मक योगदान देते हैं.
विचारों को झकझोरने वाला अभियान
फिल्म की शुरुआत एक राजनेता के भाषण से होती है, जिनके शब्द नदी की तरह बह रहे हैं और कई लम्बे-लम्बे वादे करते हैं। जैसे सात सितारा अस्पताल, रोबोट के माध्यम से सफाई-पढाई और बिना गड्ढों के चाँद तक चिकनी सड़क बनाने जैसे वादे जनता से करते नज़र आते है. अक्सर राजनीति में बयानबाजी से खूब चलती है. फिल्म में नेताओं के बड़े-बड़े आश्वासनों और जनता की अनदेखी, मूलभूत जरूरतों के बीच द्वंद पर प्रकाश डालने के लिए चतुराई से हास्य का उपयोग किया गया है।
कहानी का समापन एक शक्तिशाली कथन है- ‘’आपको लुभाने के लिए नेता जी की जुबान तेल की तरह फिसलेगी, लेकिन आप अपने मत को मत फिसलने देना।‘’ यह अभियान मतदाताओं से यही आग्रह करता है कि जैसे वह खाना पकाने का तेल चुनते हैं सबसे सही वैसे ही अपना नेता भी #चुनों_सही.
“सोच समझकर मतदान” की नई लहर उठाने की कोशिश
अभियान कलात्मक रूप से दिखाता है कि ब्रांड्स को उपभोक्ताओं को एक अलग नजरिए से देखना चाहिए, जहां वे सिर्फ उत्पादों के खरीदार नहीं हैं, बल्कि मौलिक अधिकार का पालन करके बेहतर राष्ट्र के निर्माण में योगदान देने की क्षमता रखने वाले नागरिक हैं।
#चुनो_सही लोगों को जागरूक करने का काम करता है . जो वोट नहीं देते उनको वोट डालने के लिए प्रेरित करता है और जो वोट देते हैं उनसे सही तरीके और ज़िम्मेदारी से वोट डालने के लिए कहता है.
रसोई विकल्पों और नागरिक कर्तव्यों के बीच #चुनोसही एक उम्मीद के रूप में है, जो उपभोक्ताओं को न केवल खाना पकाने का तेल चुनने में सावधान रहने, बल्कि वोट डालने के महत्वपूर्ण कार्य में भी उनका मार्गदर्शन करता है। #चुनो_सही अक्सर राजनीतिक तमाशे में खो जाने वाला एक मार्मिक सवाल उठाकर याद दिलाता है कि सही निर्णय एक उज्जवल भविष्य के लिए बहुत ज़रूरी है