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उजास मासिक धर्म स्वास्थ्य एक्सप्रेस वैन ने देशभर में 80 शहरों का सफर किया

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फरीदाबाद: आदित्य बिरला एजुकेशन ट्रस्ट की अनूठी पहल ‘उजास’ ने हरियाणा में स्थानीय सामुदायिक कार्यक्रमों के माध्यम से अधिक से अधिक किशोर लड़कियों और महिलाओं तक पहुंचने के लिए अपनी भागीदारी का पहला चरण शुरू किया है। इस पहल के तहत मासिक धर्म से संबंधित स्वास्थ्य और स्वच्छता के बारे में जागरूकता बढ़ाने का मिशन शुरू किया गया है। उजास की संस्थापक सुश्री अद्वैतेशा बिरला के दृष्टिकोण के अनुरूप यह पहल हरियाणा राज्य में महिलाओं के जीवन में सकारात्मक बदलाव और सशक्तिकरण लाने के लिए तैयार है। इस दिशा में उजास ने प्रतिष्ठित स्थानीय एनजीओ पार्टनर ग्लैड भारत फाउंडेशन और अनवरत के साथ सहयोग करते हुए अपनी भागीदारी का पहला चरण शुरू किया है।

इस अभियान के तहत किशोरियों और महिलाओं के बीच सक्रिय रूप से जागरूकता बढ़ाने, वर्जनाओं को खत्म करने और पूरे क्षेत्र में मासिक धर्म स्वास्थ्य और स्वच्छता के बारे में सकारात्मक बातचीत को बढ़ावा देने का प्रयास किया जाएगा। इस तरह ‘उजास’ ने मासिक धर्म स्वास्थ्य और स्वच्छता के उद्देश्य से समुदाय के साथ मिलकर काम करने की अपनी अटूट प्रतिबद्धता को प्रदर्शित किया है। अभियान के पहले चरण में उजास टीम ने मासिक धर्म स्वास्थ्य और स्वच्छता प्रबंधन पर उम्र के अनुरूप जागरूकता सत्र आयोजित किए और साथ ही सेनेटरी नैपकिन भी वितरित किए।

इस आउटरीच के हिस्से के रूप में, उजास राज्य में मासिक धर्म से जुड़ी विविध संस्कृतियों, प्रथाओं और मान्यताओं के बारे में महत्वपूर्ण डेटा भी एकत्र करेगा। मासिक धर्म से जुड़े मिथकों और कलंकों को दूर करने का प्रयास करते हुए व्यावहारिक कदम उठाने और समाधानों की पहचान करने के लिए इस डेटा का गहन विश्लेषण किया जाएगा। जैसे-जैसे वर्ष आगे बढ़ेगा, इस सहयोगात्मक अभियान का प्रभाव गहरा होने की उम्मीद है, जो राजस्थान और इसके विभिन्न शहरों में मासिक धर्म से संबंधित स्वास्थ्य को लेकर एक स्थायी प्रभाव छोड़ेगा।

‘उजास मासिक धर्म स्वास्थ्य एक्सप्रेस’एक अनूठी पहल है। देश में यह अपनी तरह की पहली ऐसी अनूठी पहल है, जिसे 25 राज्यों और 107 शहरों को कवर करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जिसमें सड़क मार्ग से 25,000 किलोमीटर से अधिक की यात्रा शामिल है। पहल के केंद्र में विशेष रूप से डिज़ाइन की गई मासिक धर्म स्वास्थ्य एक्सप्रेस वैन है जो विभिन्न क्षेत्रों और समुदायों का भ्रमण करेगी, स्थानीय गैर सरकारी संगठनों के साथ जुड़कर मासिक धर्म से संबंधित संस्कृतियों, प्रथाओं और मान्यताओं की समृद्ध जानकारी प्राप्त करेगी।

स्थानीय गैर सरकारी संगठनों के सहयोग से, इस पहल का लक्ष्य अपने व्यापक अभियान के हिस्से के रूप में देश भर में 250,000 से अधिक सेनिटरी नैपकीन वितरित करना है - जो मासिक धर्म स्वास्थ्य चुनौतियों का समाधान करने, महिलाओं को सशक्त बनाने और समुदायों के भीतर सकारात्मक प्रभाव पैदा करने के लिए उजास की अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

इस पहल के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए उजास की संस्थापक, सुश्री अद्वैतेशा बिरला ने जोर देकर कहा, ‘‘उजास मासिक धर्म स्वास्थ्य एक्सप्रेस सिर्फ एक वैन नहीं है; यह एक बदलाव का प्रतीक है। एक ऐसा बदलाव जिसमें बाधाओं को तोड़ने का प्रयास किया जाता है, और एक ऐसे समाज को बढ़ावा देता है जहां मासिक धर्म स्वास्थ्य एक अधिकार है, न कि कोई कलंक। हरियाणा राज्य में हम मासिक धर्म स्वास्थ्य और स्वच्छता की दिशा में जागरूकता बढ़ाने के लिए स्थानीय समुदायों तक पहुंचने में कामयाब हुए हैं। इस काम में हमने प्रशिक्षित पेशेवरों द्वारा आयोजित जागरूकता कार्यशालाओं से हासिल डेटा का उपयोग किया है।’’

उजास मीडिया, सामुदायिक नेताओं और जनता को इस परिवर्तनकारी पहल का समर्थन करने के लिए हाथ मिलाने और एक ऐसे समाज के निर्माण में योगदान करने के लिए आमंत्रित करता है जो मासिक धर्म स्वास्थ्य और स्वच्छता के बारे में अधिक जानकारी रखता हो, इस दिशा में पूरी तरह जागरूक और सहायक हो।




























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