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सेक्टर 9 स्थित सेंट एंथोनी सेकेंडरी स्कूल में हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद द्वारा आयोजित हुआ सेमिनार

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फरीदाबाद: सेक्टर- 9 स्थित सेंट एंथोनी सेकेंडरी स्कूल में हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद द्वारा स्थापित जिला फरीदाबाद के प्रथम तथा राज्य के 37वें बाल सलाह परामर्श व कल्याण केंद्र में भविष्य जीवन की सफलता का मार्ग: स्वयं को समझना, ध्यान केंद्रित करना और मजबूत दृष्टिकोण विकसित करना विषय पर आयोजित सेमिनार में उपस्थित किशोरावस्था के विद्यार्थियों एवं उनके अध्यापकों को संबोधित करते हुए मंडलीय बाल कल्याण अधिकारी रोहतक एवं राज्य नोडल अधिकारी अनिल मलिक ने कहा कि किशोरावस्था परिवर्तन और विकास की उम्र है, उम्र के इस पड़ाव में भविष्य जीवन की सफलता हेतु आपको अपनों का हाथ मजबूती से पकड़े रहना होगा, ध्यान केंद्रित करके रखना और अपनी सोच विकसित करने की प्रवृत्ति को मजबूत करना होगा l 

जीवन में सफलता के लिए जरूरी है अच्छा स्वास्थ्य और सफलता के तीन मूल मंत्रों की अनुपालना करना जो है सीखने की आदत, चुनौतियों का डटकर सामना करना, आत्म- मूल्यांकन करते रहना और इन सबसे पहले जरूरी है स्वयं को समझना l हार्मोनल बदलाव व भावनात्मक विकास की वजह पीयर प्रेशर की वजह से आप किशोरों का मन भटक सकता है, विपरीत लिंग के प्रति आकर्षण बढ़ सकता है समझे कि साथी जीवन भर के समर्पण का नाम होता है जो सही समय आने पर संयोग और माता-पिता की इच्छा अनुरूप मिल ही जाता है युवावस्था व पढ़ाई के दौरान पार्टनर की तलाश करना जरूरी नहीं है जरूरी है अपने जीवन लक्ष्य की ओर मजबूती से कदम बढ़ाना l आप ध्यान रखें कभी भी हीन भावना से ग्रस्त होकर, सिर्फ टशन करने के लिए, खुद को मॉडर्न दिखाने के लिए विपरीत लिंग के प्रति आकर्षित होकर फ्रेंड बनाने की जबरन स्पर्धा में खुद को शामिल न करें l 

जीवन निर्माण पर ध्यान दें यह समझे की रियल लाइफ और रील लाइफ में बहुत बड़ा फर्क होता है शारीरिक, भावनात्मक, मानसिक विकास को सही से समझना होगा अपनी वास्तविक जरूरतों को जानना होगा, अपनों से मन की बातें सांझा करते रहना होगा l ध्यान केंद्रित रहें, ध्यान ना भटके इसके लिए जरूरी है जितना संभव हो सके डिजिटल तकनीक का कम से कम इस्तेमाल, सकारात्मक आशावादी सोच की प्रवृत्ति को खुद में ढालना जरूरी है। आपकी संगति, आसपास का माहौल, अध्ययन सामग्री, बातचीत का तरीका, आपकी विचार शक्ति l जागरूक रहे, माता-पिता के उचित मार्गदर्शन उपरांत ही निर्णय ले l मां -मानुष- माटी का कभी तिरस्कार ना करें , समय- शिक्षा- संस्कार की कीमत को कभी कम ना आंके l सशक्तिकरण, रोकथाम, सुरक्षा, अनुपातिकता, भागीदारी और जवाबदेही जैसे बाल सुरक्षा के सिद्धान्तों की समझ विकसित करें l निरंतर मनोवैज्ञानिक परामर्श सेवाओं के सकारात्मक परिणाम हासिल करने हेतु समय-समय पर माता-पिता अभिभावकों एवं आम जनमानस के सहयोग से बच्चों के विभिन जरूरी मुद्दों पर जागरूकता फैलाने हेतु निरंतर सेमिनार कार्यशालाओं के आयोजन करते रहना ज़रूरी है l 

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए स्कूल प्रिंसिपल सिस्टर प्रेसना ने कहा कि निसंदेह आज के सेमिनार उपरांत बच्चों की सुरक्षा के साथ-साथ आत्म- प्रेरणा की आशा भी जागती है सकारात्मक सहयोग से आगे बढ़ेंगे l कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि पिंकी मोर जिला बाल कल्याण अधिकारी फरीदाबाद ने भी बच्चों को तनाव से मुक्त रहने के टिप्स दिए व बाल अपराध के बारे में भी बच्चों को जागरूक किया। इस कार्यक्रम में अतिथि के तौर पर एडवोकेट गौरव गर्ग, डॉ सुदेश भड़ाना डायरेक्ट एवम प्रिंसिपल आइडियल पब्लिक स्कूल, पुष्पा शर्मा सोशल वर्कर, कार्यक्रम अधिकारी अनिल दहिया, काउंसलर अपर्णा, लेखाकार उदय चंद, बाबू मांगेराम, रामसरण व भगवान सिंह, मनीष के साथ-साथ शिक्षक, समाजसेवी व परामर्शदाता उपस्थित रहेl


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